Breastfeeding Problems in Hindi – स्तनपान की समस्याऐं और हल

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Breastfeeding Problems in Hindi – स्तनपान की समस्याऐं और हल

Breastfeeding Problems in Hindi – के इस पोस्ट में स्तनपान से जुड़ी समस्याओं के बारें में बताने की कोशिश की गई है तथा साथ में उनके हल (solution) के बारें में भी पूरी तरह से व्याख्या की गई है | सर्वप्रथम स्तनपान कराना माँ के लिए एक सुखद क्षण होता है वही शिशु के लिए यह कई भरपूर पौस्टिक आहार भी देता है | लेकिन माँ को स्तनपान कराते समय कभी कभी कई समस्याएं भी उत्पन्न करती है जो माँ तथा शिशु दोनों के लिए काफी नुकसानदेय होता है |

अब आपके मन में प्रश्न उठ रहे होंगे स्तनपान से जुडी समस्याएं तथा हल ( Breastfeeding Problems and Solutions in Hindi ) के बारें में जानने की | तो आइये जानते है :-

तनाव, भय, चिंता की समस्याएं ( Breastfeeding Problems in Hindi ) , निप्पल का कटा फटा होना (cracked nipple), निप्पल में दर्द ( Pain in nipple ), स्तनों में दूध का कम बनना ( Breastfeeding Problems in Hindi ) , स्तनों में दूध का ज्यादा बनना ( Breastfeeding Problems in Hindi ) , सही तरीके से स्तनपान न कराना ( Breastfeeding Problems in Hindi ) निप्पल को उल्टा तथा धँसा हुआ होना ( Breastfeeding Problems in Hindi ) आदि इनकी समस्याएं तथा हल Breastfeeding Problems in Hindi , Breastfeeding Solutions in Hindi को Point Wise विस्तार से नीचे दी गई है ध्यानपूर्वक अध्यन करें |

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स्तनपान की समस्याएं तथा हलBreastfeeding Problems and Solutions in Hindi

तनाव, भय, चिंता

अधिकांशतः माओं को तनाव, भय, चिंता बनी रहती है जिनके कई कारण हो सकते है जो ब्रेस्टफीडिंग के समस्याओं को बढ़ावा देती है |

हल ( Solution ) – आपको अपने बच्चों को दूध पिलाते समय किसी प्रकार का भय, चिंता, तनाव, क्रोध, आदि नहीं आनी चाहिए क्योंकि समस्याएं और बढ़ जाती है आप तनाव मुक्त होकर ब्रेस्टफीडिंग कराएं कोई समस्याएं नहीं होगी | यदि समस्या आती है तो उनका निराकरण है आप व्यर्थ में समस्याएं को और बढ़ावा नहीं दे |

दूध की आपूर्ति ठीक से न होना

यह एक आम समस्या है जो कई कारणों से हो सकता है | बच्चो को सही तरीके से स्तनपान न कराना, हार्मोनल असंतुलन, खून की कमी, किसी तरह की बीमारी या अन्य कारण भी हो सकते है |

माँ का दूध कैसे बढ़ाये – How to increase Breast Milk

हल ( Solution ) – स्तनपान कराने का तरीका सही हो जिससे बच्चे को स्तनपान करने में कोई समस्या उत्पन्न न हो | ब्रेस्टफीडिंग कराने में बच्चे का पोजीशन का ध्यान जरूर रखे यह अपने आप में अनेको समस्या का हल है |

रेस्ट पूरा ले | सही तरीके से आराम नहीं मिलने पर भी ब्रेस्टफीडिंग में प्रॉब्लम हो सकती है |

बच्चे को स्तनपान एक से अधिक बार कराएं जिससे दूध की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी तथा दूध अधिक बनेगा |

बच्चे को स्तनपान कराते समय स्तनों को जरूर बदले इससे स्तन में मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ेगा |

Breast milk increasing foods

दूध की मात्रा बढ़ाने वाला पदार्थो का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें | घर में ही अनेको पदार्थ होते है जिससे आप अपने ब्रैस्ट मिल्क को बढ़ा सकते है इनके नाम पॉइंट वाइज निचे दिए गए है |

1. मेथी दाना – मेथी दाना सभी घरों में समान्यतः उपलब्ध होता है मेथी के सेवन से दूध के उत्पादन में वृद्धि होती है अंकुरित करके दूध के साथ भी आप ले सकती है |

2. पालक – पालक आयरन के स्रोतों से भरपूर होता है तथा एनर्जी भी लाता है | यह खून की कमी को पूरा करने, एनर्जी लाने तथा Breast Milk को बढ़ाने में काफी कारगार है |

3. सौफ – Breast Milk को बढ़ाने में सौफ काफी कारगार है | इस आप कई तरह से use कर सकते है |

4. लौकी – यह Breast Milk को बढ़ाने में काफी उपयोगी होता है | आप इस सब्जी, भुजिआ, और कई तरह से उपयोग कर सकते है |

5. अखरोट – अखरोट जिसे मेवा भी कहते है यह माँ तथा बच्चा दोनों के लिए काफी फायदेमंद होता है इसमें विटामिन, ओमेगा – 3, मिनरल सभी गुण होते है |

6. जई – जई को खाने या दलिया बनाकर खाने से भी दूध में वृद्धि होती है |

7. सतावरी – हार्मोन में संतुलन करने में काफी कारगार है |

8. दालचीनी – इसे चूर्ण करके सुबह – शाम पानी के साथ लेने से भी दूध में वृद्धि होती है |

9. मसूर दाल – दाल बनाकर लेने से दूध में वृद्धि होती है |

10. जीरा – यह भोजन में कई तरह से उपयोग कर सकते है तथा दूध के साथ भी ले सकते है यह ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने में काफी सहायक है |

सभी कारणों के बावजूद यदि समस्या का हल न निकले तो आप चिकित्सक का परामर्श ले सकते है |

निप्पल को कटा फटा होना (Cracked Nipple)

यह एक आप समस्या है जिसे बहुत से माओं को इन कष्टों से गुजरना होता है ब्रेस्टफीडिंग कराते समय माँ को बहुत दर्द महशुस होना, खुजली होना, खून आना आदि समस्या होती है जिसके कारण बच्चे को भी दूध की आपूर्ति ठीक ढंग से नहीं होती है | लेकिन आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है आप कुछ टेक्निक का इस्तेमाल कर इनसे बचा जा सकता है |

हल (solution) :-1. यदि आपकी स्किन ड्राई है तो निप्पल को फटना स्वाभाविक है उसमे दरारे आ सकती है इसके लिए आपको अच्छी तरह से निप्पल को गरम पानी से साफ़ कर ले तथा एलोवेरा जेल से मालिश करें तथा थोड़े समय के बाद धो ले इससे आपको आराम मिलेगा |

2. उस स्थान पर साबुन का उपयोग कम से कम करें तथा घी का उपयोग उस स्थान पर मालिश के रूप में करें | जिससे क्रैकेड निप्पल में आराम महसूस होगा |

3. तुलसी के पते तथा बीज को पीस कर निप्पल पर लगाए इससे आपको आराम मिलेगा तथा संक्रमित होने से भी बच सकते है |

4. अपने निप्पल को अच्छी तरह से साफ़ कर उसमे थोड़ा अपना दूध का लेप लगाए जिससे उसमे नरमी आ जाये तथा बच्चे को थोड़े थोड़े अंतराल पर दूध पिलाना जारी रखे |

5. आइस का पैक आप मार्किट से माँगा सकती है या फ्रीज में भी जमा सकती है | आइस का पैक लगाने से दर्द में काफी आराम महसूस होगा | क्रैकेड निप्पल में आइस का पैक लगाना काफी कारगर साबित होता है |

6. दूध के वृद्धि के कारण स्तन बड़ा हो जाता है जिससे दरारे तथा दर्द महसूस हो सकता है इसलिए शिशु को स्तनपान बदल बदल कर तथा थोड़े थोड़े अंतराल पर जरूर करवाए जिससे आपको आराम महसूस होगा तथा बच्चे को तृप्ति भी होगी |

निप्पल में दर्द (Pain in Nipple)

स्तनों में दर्द होने के कई कारण हो सकते है जिससे शिशु को स्तनपान कराते समय स्तनों में बहुत कष्ट महसूस होता है जिससे माँ को चिंता तथा घबराहट होने लगती है लेकिन आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है | उपाय के टिप्स नीचे दे रहे है |

हल (Solution) :- 1. सही पोजीशन में स्तनपान कराएं | यदि पोजीशन सही नहीं होगी तो बच्चा ज्यादा जोर देगा तथा खिचाव भी निप्पल पर ज्यादा होगा जिससे दर्द होना स्वाभाविक है | शिशु का मुँह निप्पल में सही ढंग से तथा सही पोजीशन में है या नहीं ध्यान रखे |

2. ब्रा को ढीला-ढाला, आरामदयाक तथा स्तनों के साइज के अनुसार पहने नहीं तो दूध में अवरुद्ध उत्पन्न होने से स्तनों में दर्द होने लगती है |

3. शिशु को दूध बार बार तथा जितना देर तक चाहे उतना देर तक पिलाये इससे आपके स्तनों में दूध का जमाव नहीं होगा तथा बच्चा की तृप्ति भी होगी |

स्तनों में दूध का ज्यादा बनना

दूध स्तनों में ज्यादा होने तथा सही प्रवाह नहीं होने के कारण दूध स्तनों में ही रह जाता है जिससे पीड़ा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है तथा मार्ग अवरुद्ध हो जाता है | स्तन कड़ा कड़ा तथा भारी भारी लगने लगता है | दूध को ज्यादा बनने से दूध का नलिकाएं भर जाती है तथा मार्ग अवरुद्ध हो जाता है जिससे संक्रमण का भी खतरा बढ़ जाता है |

हल ( Solution ) :- 1. शिशु को बार बार स्तनपान करवाएं जिससे दूध में कमी आएगी तथा मार्ग अवरुद्ध न होगा |

2. दूध से भरे हुए स्तन को साफ़ कटोरी में स्तन को दबा दबा कर दूध को बहार निकाले जिससे आपको राहत मिलेगी |

3. ब्रा के निचे बिशेष प्रकार सोखने वाला पेड पहन सकते है जिससे रिसाव को सोख लेगा तथा कपड़े में दाग बहुत कम लगेगा |

4. स्तनों को साफ़ सुथरा रखे तथा पेड को बदलते रहे जिससे संक्रमण का खतरा कम रहे |

5. शिशु को स्तनपान स्तन को बदल बदल कर करवाएं जिससे दूध नलिकाएं अवरुद्ध न हो |

निप्पल को उल्टा तथा धँसा हुआ होना

निप्पल को उल्टा तथा फ्लैट होने पर शिशु स्तनपान सही ढंग से नहीं कर पायेगा जिससे दोनों को समस्या उत्पन्न हो जाती है |

हल (Solution) :-1. स्तन को धीरे धीरे सही पोजीशन में लेने की कोशिश करें | यदि जरुरी हो तो डॉक्टर का सलाह भी ले सकते है |

2. स्तन को दबाकर दूध को साफ़ कटोरी में निकाले तथा शिशु को पिलाये |

सही तरीके से स्तनपान न कराना

यदि शिशु को स्तनपान करने का तरीका सही न हो तो अनेको समस्याएं जन्म हो जाएँगी | माँ के साथ साथ बच्चा भी कई बिमारियों के चपेट में आ सकता है | यदि बच्चा के पेट में दूध सही तरीके से नहीं जायेगा तो बच्चा कमजोर तथा चिरचिरा हो सकता है | माँ को भी स्तन से सम्बंधित कई प्रॉब्लम हो सकती है |

हल (Solution) :- 1. माँ को स्तनपान करने से पहले स्तन तथा अपने हाथो को साफ़ कर लेना चाहिए |

2. स्तनपान करते समय शिशु को माँ के स्तन तथा निप्पल के साथ अच्छा अटैचमेंट होना चाहिए |

3. स्तनपान कराते समय माँ तथा शिशु को आरामदायक स्थिति में बैठना चाहिए तथा शिशु को पीछे से पकड़ते हुए सर को स्तन की और ले जाना चाहिए जिससे दूध पिने में कोई प्रॉब्लम न हो |

4. शिशु को बगल में लेटाकर पीठ तथा सिर को सहायता देकर स्तनपान करना काफी आरामदायक होता है |

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Conclusion :-

Breastfeeding Problems in Hindi के इस पोस्ट में स्तनपान की समस्याऐं और हल (Breastfeeding Problems and Solutions in Hindi ) के बारें में विस्तार से बताने की कोशिश की गई है जिसमे Breastfeeding Problems के कारण तथा Breastfeeding Solution हल , Breast milk increasing foods in Hindi , How to increase Breast Milk in Hindi को Point WIse हिंदी में बताया गया है जिससे आपको मातृभाषा में समझने में कोई कठिनाई न हो | यदि किसी तरह का सुझाव हो तो Comment जरूर करें |

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1 thought on “Breastfeeding Problems in Hindi – स्तनपान की समस्याऐं और हल”

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